विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता पखवाड़ा के अंतर्गत कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर जिला चिकित्सालय परसिर से रवाना किया। यह जागरूकता रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए सुभाष पार्क पहुंची।
एमएलबी तथा सीएम राइज स्कूल के छात्र- छात्राओं व जिला एड्स नियंत्रक समिति के सदस्यों ने एड्स जागरूकता का प्रतीक चिन्ह रेड रिबिन का मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरूकता का संदेश दिया। इस रैली का समापन पीजी कॉलेज नरसिंहपुर के ऑडिटोरियम में हुआ।
इस अवसर पर मौजूद रहे अधिकारी
आपको बता दे कि इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री दलीप कुमार, सीएमएचओ डॉ. एपी सिंह, अन्य अधिकारी- कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग का अमला और विद्यार्थी मौजूद थे।
विश्व एड्स दिवस पर एड्स जागरूकता एवं पुरस्कार वितरण
विश्व एड्स दिवस पर एड्स जागरूकता एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन पीजी कॉलेज नरसिंहपुर के ऑडिटोरियम में किया गया। यह कार्यक्रम सीईओ जिला पंचायत श्री दलीप कुमार, प्राचार्य पीजी कॉलेज श्री आरवी वर्मा व सीएमएचओ डॉ. एपी सिंह की मौजूदगी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
चयनित छात्र- छात्राओं को पुरस्कृत किया गया
कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एड्स जागरूकता को लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं में चयनित छात्र- छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। जिले के 90 हायर सेंकेंडरी स्कूलों में हुई विभिन्न जागरूकता प्रतियोगिताओं में 3 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 180 छात्र- छात्राओ को पुरस्कृत किया। इसके अलावा एचआईव्ही एड्स के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे अधिकारी- कर्मचारियों के कार्यों को भी सम्मानित किया।
कारण एवं बचाव पर प्रकाश डाला
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दलीप कुमार ने एचआईव्ही एड्स के फैलने के कारण एवं बचाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता ही इस भयावह बीमारी से हम सभी को सुरक्षित रख सकती है। “एड्स का ज्ञान बचाये जान” इस मंत्र को हमेशा याद रखना चाहिये। उन्होंने जिले में जन जागरूकता के लिये किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम सभी को स्वयं जागरूक होकर समाज को भी जागरूक करना चाहिये।
एड्स नियंत्रण समिति का गठन हुआ
सीएमएचओ डॉ. सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश में एचआईव्ही एड्स की रोकथाम के लिये 14 जुलाई 1988 को मप्र राज्य एड्स नियंत्रण समिति का गठन हुआ। मार्च 2006 में नरसिंहपुर जिले में जिला एड्स नियंत्रण समिति द्वारा जिले की प्रथम आईसीटीसी जिला चिकित्सालय नरसिंहपुर में प्रारंभ हुई। वर्तमान में जिले में 3 आईसीटीसी, जिनमें अप्रेल 2024 से अक्टूबर 2024 के बीच कुल 8269 सामान्य महिला- पुरूषो की जांच की गई। इनमें 53 एचआईव्ही संक्रमित पाये गये।
गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया
इसी प्रकार 5481 गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया, जिनमें 6 गर्भवती महिलाओं में एचआईव्ही संक्रमण पाया गया। वर्तमान में जिले में संचालित विभिन्न केन्द्रों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नि:शुल्क जांच एवं परामर्श के लिए 30 एफआईसीटीसी, एक डीएसआरी, एक ओएसटी केन्द्र, एक जेल इंटरवेशन प्रोग्राम, एक लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना तथा एक विहान परियोजना संचालित है। नोडल अधिकारी डॉ. विनय ठाकुर ने एचआईव्ही एड्स एक्ट 2017 के बारे में विस्तार से बताया।
इस अवसर पर मौजूद रहे अधिकारी
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जीसी चैरसिया, डॉ. देवेन्द्र रिपुदमन सिंह, डॉ. राजकिशोर पटेल, मेडीकल आफीसर ओएसटी डॉ. राजकुमार डेहरिया, नोडल पर्सन श्री प्रशांत कुमार सोनी, परामर्शदाता श्री इमाम मंसूरी, अन्य अधिकारी- कर्मचारी, नागरिक, शिक्षक, प्रोफेसर और विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री प्रशांत कुमार सोनी एवं श्री नीरज कुमार पाटकार ने आभार प्रदर्शन किया।